अधिक करुणामय हों। अगली बार जब आप या कोई और गलती करें तो मन में कोई गांठ नबांधें, जाने दें। इस बात को समझे कि हम सभी विकसित हो रहे हैं और कोई भी पूर्ण नहीं है । ये नजरिया स्वयं को और औरों को स्वीकारने में मदद करता है।
positive thinking in Hindi |
2. प्रसंशा करें
जब हम किसी के गुणोंकी की प्रसंशा पूर्णता के भाव से करते हैं, तो हमारी चेतना का विस्तार होताहै, जो हमारे भीतर उत्साह और ऊर्जा का संचार करता है । वे गुण हमारे भीतर भी विकसितहोने लगते है और हम बेहतर मानव बनते हैं।
3. प्रोटोन की तरह सकारात्मक बने
प्रोटोन कभी अपनी सकारात्मकता (धनात्मकता) नहीं खो सकता है और वैसे ही आप भी कभीनहीं! ये बस तनाव से ढक सकता है और तनाव आपकी ऊर्जा खींच लेता है । सकारात्मक रह कर आप कठिन से कठिन चुनौतियों को पार कर जाते है और साथ ही और अधिक सकारात्मकता और संभावनाओं को अपनी ओर आकर्षित करते है ।
4. प्रभावशाली संवाद करें
हम लोगों से संवाद मुख्यतया या तो अपनी उपस्थिति से या फिर अपनी भावनाओं कीअभिव्यक्ति से करते हैं । अपने संवाद में स्पष्टता लाते ही आप देखेंगें की लोग बेहतर प्रतिक्रियादे रहे हैं और अधिकतर जो आपके लिए लाभकारी भी है ।
5. अधिक जोशीले हों
किसी काम को कराने का सबसे अच्छा तरीका है उसके लिए अधिक से अधिक जोशीला होना । जब आप पूरे जोश के साथ प्रयास करते हैं तब जीवन में श्रेष्ठता को स्वतः उपलब्ध होते हैं ।
6. भावनाओं को सावधानी के साथ संभालें
जिंदगी जब आपको रोलर कोस्टर की सैर कराये तो उसका पूरा आनंद लेना न भूलें । अपनीभावनाओं को परिस्थितियों पर राज करने न दें बल्कि उनको काबू में रखें। ये आपको चुनौतियोंके समय शांत व एकाग्र रखेगा ।
7. जीवन में धीरज अपनाये
जीवन में विजेता होने के लिए धीरज एक गुप्त घटक है । भड़भड़ाहट और अधीरता से की प्रतिक्रिया फायदे से ज्यादा हानि पहुंचाती है। ध्यान रहे, हमें शांति और धीरज रखनी चाहिए, जिससे हम तनाव रहित होकर समझदारी से भरे त्वरित निर्णय ले सकेगें।
8.सही साँस लेने की कला सीखे
अंतिम, पर सबसे महत्वपूर्ण, सही साँस लेना सीखें। अक्सर इस बात को अनदेखा कर देते है कि सही साँस लेने से आप एक तनाव रहित और सकारात्मक जीवन पा सकते हैं। सुदर्शन क्रिया सीखे और साँस की छुपी शक्ति का उपयोग करें।
साँस की इस प्रभावी तकनीक से आप शारीरक, मानसिक और भावनात्मक तनावों से मुक्त होते हैं।
9.खतरों का सामना साहस से करें
यदि आप मुसीबत के समय उसको चुनौती देने के लिए उठ खड़े होते हैं तो आपके मुसीबत के पार जाने की सम्भावना अधिक होती है । किसी दबाव के आगे झुके नहीं बल्कि पूरे विश्वास से उसका सामना करें । इसमें या तो आप विजयी
होंगे या आप खुद को उससे बेहतर बना सकेगे।निराश होने के बाजाय आप डट कर मुश्किलों का सामना करे।आप अवश्य सफल होंगे। ं
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