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Motivational
Wednesday, April 10, 2019
Saturday, April 6, 2019
Manavta poem
Manavta-poem. |
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में इन्सान मशीन बनता जा रहा है। हमेशा मशीनों से घिरा रहता है सोते,उठते, बैठते हमेशा मोबाइल, टीवी, लैपटॉप आदि। उनके पास भावनाएं खत्म होती जा रही है वो अब लोगों से मिलने-जुलने,एक साथ बैठ के बात करने की बजाय मोबाइल पर ही बात कर लेते हैं। जिससे लोगों के बीच में, रिश्तों में दूरियां आ गयी है। आज लोग भौतिकवादी होते जा रहे हैं।वो अपनो के लिए भी आराम, सुख-सुविधाओं को नहीं छोड़ सकते हैं। आज इन्सान अपने में ही खो सा गया है जिससे लोगों में भावनाओं की कभी होती जा रही है और मानवता की भी।
Manavta-poem |
अब क्या कहें किसी को, शब्द निशब्द हो गये
तार तार मानवता है, जो बचे थे खो गये...
बढ़ रहा विज्ञान है खो रही इंसानियत
मशीन से घिरे है यहा, मशीन बनते जा रहे।
वेदो के देश मे अन्धकार बढ़ता जा रहा
है यहा दोहरे नियम लोगों की दृष्टि में
पूजते है देवी को, कोख में हत्या कर रहें।
ये कैसी मानवता, ये कैसा प्रेम है
मॉ के बिना पुत्र नही,बेटी से ही ना प्रेम है।।
संस्कार के देश में, लुट रही अस्मिता यहॉ
रिति-रिवाज से बना समाज, ये कैसा नियम यहाँ
बूढे माँ बाप रो रहे , खुद के घर में ही
हो रहा अपमान उनका, जो है सर्वोपरी यहॉ
वेद शास्त्रो के देश मे है गुरू का भी है स्थान यहाँ
हो रहा अपमान यहॉ, ना मोल कोई अब रहा
बढ़ते हुए देश में , कोई ना किसी का रहा
धितकार है तुझपे , मोल ना किसी का रहा।।
.
Manavta-poem |
तेरे इस व्यवहार से, प्रकृति भी शर्मा रही
हद पार हो गई अब क्रूरता की यहॉ
शर्म से पर्वत पिघल रहा, मौसम ना बदल रहा
सुन्दर से चमन में देखो, फूल भी मुरझा गये।।
तुझ मे ना बची शर्म, ना लाज तुझमे रह गयी
भाई भाई का कातिल हुआ, मॉ कुमाता बन गयी
स्वर्ग सी धरती पे, विष की हवा बह चली
धितकार है तुझपे ऐ मनुष्य, तू तो जानवर से ज्यादा गिर गया।
ना रहा फर्क कोई तुझमे, ना शैतान मे
इंसान के भेष में देखो, शैतान रह रहा
हुआ विनाश मानवता का, सब कुछ नष्ट हो रहा
देखो ममता हार रही , लालच जीत रहा।
निस्वार्थ रिश्तो मे अब स्वार्थ ही भर गया
हार रहे रिश्ते यहॉ, काम क्रोध लोभ जीत रहा।
अब क्या कहें किसी को, शब्द निशब्द हो गये
तार तार मानवता है, जो बचे थे खो गये....
Tuesday, March 26, 2019
Motivation poem in hindi
कर अगर है आग तो,
नहीं है झूठी राह तो,
जला मशाल ज्ञान की,
अंधेरे को तू चीर दे।
मन अगर है बलवान तो,
नहीं है झूठी शान तो,
झूका दे तू आसमान,
ना देख पीछे मुड़ के तू।।
मुश्किल दौर गुजर जाएगा,
तेरा वक्त बदल जाएगा,
ना सोच तू ज्यादा,
अगर ठान ली है करने की।।
अड़े रहो-खडे़ रहो,
अगर मौसम बदले बदलने दो,
वक्त तेरा भी आयेगा,
आज नही तो कल सही ॥
ना टूटना ना हारना,
बस अपने पथ को निहारना,
नही दूर मुकाम है,
अभी भरी उड़ान है,
बस अभी भी उड़ान है ॥
काली रात भी छट जायेगी,
सूरज की किरण भी आयेगी,
ना छोड़ना तू हौसला ,
ना त्यागना तू दामन धैर्या का,
बस यही वो क्षण है आखरी,
घना अंधेरा छायेगा,
पलक झपकते हुये,
सूरज का सवेरा भी आयेगा ।।
नहीं है झूठी राह तो,
जला मशाल ज्ञान की,
अंधेरे को तू चीर दे।
Motivation-poem |
मन अगर है बलवान तो,
नहीं है झूठी शान तो,
झूका दे तू आसमान,
ना देख पीछे मुड़ के तू।।
मुश्किल दौर गुजर जाएगा,
तेरा वक्त बदल जाएगा,
ना सोच तू ज्यादा,
अगर ठान ली है करने की।।
अड़े रहो-खडे़ रहो,
अगर मौसम बदले बदलने दो,
वक्त तेरा भी आयेगा,
आज नही तो कल सही ॥
ना टूटना ना हारना,
बस अपने पथ को निहारना,
नही दूर मुकाम है,
अभी भरी उड़ान है,
बस अभी भी उड़ान है ॥
Motivational-poem |
सूरज की किरण भी आयेगी,
ना छोड़ना तू हौसला ,
ना त्यागना तू दामन धैर्या का,
बस यही वो क्षण है आखरी,
घना अंधेरा छायेगा,
पलक झपकते हुये,
सूरज का सवेरा भी आयेगा ।।
Monday, March 11, 2019
How to get Positive thinking
अधिक करुणामय हों। अगली बार जब आप या कोई और गलती करें तो मन में कोई गांठ नबांधें, जाने दें। इस बात को समझे कि हम सभी विकसित हो रहे हैं और कोई भी पूर्ण नहीं है । ये नजरिया स्वयं को और औरों को स्वीकारने में मदद करता है।
positive thinking in Hindi |
2. प्रसंशा करें
जब हम किसी के गुणोंकी की प्रसंशा पूर्णता के भाव से करते हैं, तो हमारी चेतना का विस्तार होताहै, जो हमारे भीतर उत्साह और ऊर्जा का संचार करता है । वे गुण हमारे भीतर भी विकसितहोने लगते है और हम बेहतर मानव बनते हैं।
3. प्रोटोन की तरह सकारात्मक बने
प्रोटोन कभी अपनी सकारात्मकता (धनात्मकता) नहीं खो सकता है और वैसे ही आप भी कभीनहीं! ये बस तनाव से ढक सकता है और तनाव आपकी ऊर्जा खींच लेता है । सकारात्मक रह कर आप कठिन से कठिन चुनौतियों को पार कर जाते है और साथ ही और अधिक सकारात्मकता और संभावनाओं को अपनी ओर आकर्षित करते है ।
4. प्रभावशाली संवाद करें
हम लोगों से संवाद मुख्यतया या तो अपनी उपस्थिति से या फिर अपनी भावनाओं कीअभिव्यक्ति से करते हैं । अपने संवाद में स्पष्टता लाते ही आप देखेंगें की लोग बेहतर प्रतिक्रियादे रहे हैं और अधिकतर जो आपके लिए लाभकारी भी है ।
5. अधिक जोशीले हों
किसी काम को कराने का सबसे अच्छा तरीका है उसके लिए अधिक से अधिक जोशीला होना । जब आप पूरे जोश के साथ प्रयास करते हैं तब जीवन में श्रेष्ठता को स्वतः उपलब्ध होते हैं ।
6. भावनाओं को सावधानी के साथ संभालें
जिंदगी जब आपको रोलर कोस्टर की सैर कराये तो उसका पूरा आनंद लेना न भूलें । अपनीभावनाओं को परिस्थितियों पर राज करने न दें बल्कि उनको काबू में रखें। ये आपको चुनौतियोंके समय शांत व एकाग्र रखेगा ।
7. जीवन में धीरज अपनाये
जीवन में विजेता होने के लिए धीरज एक गुप्त घटक है । भड़भड़ाहट और अधीरता से की प्रतिक्रिया फायदे से ज्यादा हानि पहुंचाती है। ध्यान रहे, हमें शांति और धीरज रखनी चाहिए, जिससे हम तनाव रहित होकर समझदारी से भरे त्वरित निर्णय ले सकेगें।
8.सही साँस लेने की कला सीखे
अंतिम, पर सबसे महत्वपूर्ण, सही साँस लेना सीखें। अक्सर इस बात को अनदेखा कर देते है कि सही साँस लेने से आप एक तनाव रहित और सकारात्मक जीवन पा सकते हैं। सुदर्शन क्रिया सीखे और साँस की छुपी शक्ति का उपयोग करें।
साँस की इस प्रभावी तकनीक से आप शारीरक, मानसिक और भावनात्मक तनावों से मुक्त होते हैं।
9.खतरों का सामना साहस से करें
यदि आप मुसीबत के समय उसको चुनौती देने के लिए उठ खड़े होते हैं तो आपके मुसीबत के पार जाने की सम्भावना अधिक होती है । किसी दबाव के आगे झुके नहीं बल्कि पूरे विश्वास से उसका सामना करें । इसमें या तो आप विजयी
होंगे या आप खुद को उससे बेहतर बना सकेगे।निराश होने के बाजाय आप डट कर मुश्किलों का सामना करे।आप अवश्य सफल होंगे। ं
Saturday, March 9, 2019
Women empowerment
हां मैं स्त्री हूं
हरहाल में इल्जाम
इस समाज के नियमों से बंधी हूं
इन नियमों में पली बढ़ी हूं
हर रोज हमें हमारी सीमाएं समझाई जाती हैं
कभी डरा कर कभी मार कर,
हर हदें याद दिलायी जाती हैं
कभी राह चलता दुर-व्यवहार करता है
तो कभी घर के अन्दर कोई
रिश्तेदार दुराचार करता है
हर बात की एक ही सजा़ ,
बांध दो किसी खूंटे से या
इज्ज़त तार-तार कर दी जाती है
हरहाल में इल्जाम
एक स्त्री पर थोपा जाता है
बचपन में बचपना नहीं,
जवानी में सपने नहीं,
ससुराल में इज्ज़त नहीं,
बुढ़ापे में लाठी नहीं
हर उम्र में कोशी जाती है
कभी दहेज के लिए मारी पीटी,
कभी जलाई जाती है
जहां इस समाज में स्त्री को पूजा जाता है
वहां स्त्री की अस्मिता को पैरों तले रौंदा जाता है
यहां बेटी को कोख में ही मार दिया जाता है
आज के समाज का आईना तो देखिए
फेसबुक पर हैप्पी ओमेन डे लिखते हैं
अगले दिन उसी स्त्री का अपमान करते है
मदर डे पर लव यू मां लिखते हैं
और उसी मां की कद्र नहीं करते है
अरे कोई समझाओ इन समाज के ठेकेदारों को
देख लो खुद का दामन
लहु से रंगा पड़ा हुआ है
लगाते हो स्त्री के दामन पर दाग़
खुद के दामन दागों से भरा पड़ा हुआ है
कहां है संवेदना
कहां है आंखों में शर्म
स्त्री के कपड़ों पर हैं नज़र
कहां तुम्हारी आंखों में है पर्दा
स्त्री को नहीं
बदलना है तो अपना नजरिया बदलो
सीख दो अपने बेटो को
करे स्त्री का सम्मान
अब स्त्री को उनकी सीमाएं ना याद दिलाये
अपने बेटो को सीमाओं में रहना सिखाए।।
Thursday, March 7, 2019
motivational poem in hindi -क्या वो कम है
ऐ जिन्दगी तूझे क्या गम है
जो है तेरे पास क्या वो कम है
तारो भरी आसमा की चादर,
धरती रूपी बिस्तर है
फूलो की रंग बिरंगी महकती कलिया,
विशाल वृक्षो की छांया है।
ऐ जिन्दगी.............।।
पंक्षीयो की फार- फराहट है
चिड़ियों की चैं-चहायट है,
इठलाती बलखाती नदीयां है
पर्वत बनें रक्षक है।
ऐ जिन्दगी...........।।
पगली बहती पवन है
रातें भी चम-चम है,
सूरज की रोशनी है
चांद की शीतलता है।
ऐ जिन्दगी................।।
सुन्दर मौसम जाड़ा, गर्मी,बरसात है
सावन में रंग बिरंगे खेत है,
चारों तरफ छायी हरीयाली है
कभी होली तो कभी दीवाली है।
ऐ जिन्दगी.....................।।
रात में जूगनू की चम-चमाहट है
दिन में रोंशनी की जगमगाहट है,
सुन्दर नाचती तितलियां,मोर है
संगीत के मधुर सुर है।
ऐ जिन्दगी.....................।।
बारिश की छम-छमाहट है
झरनों की सरगम है,
चारों तरफ सुन्दर नजारा है
जिस से बना जीवन उपवन सारा हैं।
ऐ जिन्दगी..................।।
जो है तेरे पास क्या वो कम है
तारो भरी आसमा की चादर,
धरती रूपी बिस्तर है
फूलो की रंग बिरंगी महकती कलिया,
विशाल वृक्षो की छांया है।
ऐ जिन्दगी.............।।
motivational-poem |
पंक्षीयो की फार- फराहट है
चिड़ियों की चैं-चहायट है,
इठलाती बलखाती नदीयां है
पर्वत बनें रक्षक है।
ऐ जिन्दगी...........।।
पगली बहती पवन है
रातें भी चम-चम है,
सूरज की रोशनी है
चांद की शीतलता है।
ऐ जिन्दगी................।।
motivational poem |
सुन्दर मौसम जाड़ा, गर्मी,बरसात है
सावन में रंग बिरंगे खेत है,
चारों तरफ छायी हरीयाली है
कभी होली तो कभी दीवाली है।
ऐ जिन्दगी.....................।।
रात में जूगनू की चम-चमाहट है
दिन में रोंशनी की जगमगाहट है,
सुन्दर नाचती तितलियां,मोर है
संगीत के मधुर सुर है।
ऐ जिन्दगी.....................।।
motivational poem |
बारिश की छम-छमाहट है
झरनों की सरगम है,
चारों तरफ सुन्दर नजारा है
जिस से बना जीवन उपवन सारा हैं।
ऐ जिन्दगी..................।।
Sunday, February 24, 2019
Motivational poem-Uddan
Jara pankh faila lu,Uddan dekhna
Ek mauka toh aane do,Aasman dekhna
Mujhe uddne toh do,Jahan dekhna.
Koshish Karne do fir,Hausla dekhna
Jara uchai ane do fir,Naam dekhna
Daulat toh sab kamate hai,Sohrat dekhna...
Raub toh sab dikhate hai pr,Sachchi shaan dekhna
Jo Kabhi na dige vo,Emaan dekhna
Kar do Charo aur roshni vo,Roshandaan dekhna...
Log Kabhi na bhule vo,Prashidhi dekhna
Apno pr sb marte hai,
Jo mare gairo ke liye vo,Insaan dekhna...
Ek mauka toh aane do,Aasman dekhna
Mujhe uddne toh do,Jahan dekhna.
Motivational-poem |
Koshish Karne do fir,Hausla dekhna
Jara uchai ane do fir,Naam dekhna
Daulat toh sab kamate hai,Sohrat dekhna...
Raub toh sab dikhate hai pr,Sachchi shaan dekhna
Jo Kabhi na dige vo,Emaan dekhna
Kar do Charo aur roshni vo,Roshandaan dekhna...
Log Kabhi na bhule vo,Prashidhi dekhna
Apno pr sb marte hai,
Jo mare gairo ke liye vo,Insaan dekhna...
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Jara pankh faila lu,Uddan dekhna Ek mauka toh aane do,Aasman dekhna Mujhe uddne toh do,Jahan dekhna. Motivational-poem ...
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I wanna ask you something that... Life poem Zindgi hai kya Ye ajab paheli hai.. Kabhi saheli toh, Kabhi aakh micholi ...